Kali Tantra Shastra by Rajesh Dixit PDF Book in Hindi Free Download

Books detail / बुक्स डिटेल्स
Book Name | Kali Tantra Shastra by Rajesh Dixit PDF Book in Hindi Free Download |
Author Name | Pandit Bhadrasheel Sharma |
Category | Tantra mantra and Occult |
Language | Hindi |
Page | 198 |
Quality | HQ |
Size | 42.9 MB |
Download Status | Available for Download |
साधना से पूर्व आवश्यक निर्देश
किसी भी मन्त्र-तन्त्र की साधना से पूर्व निम्नलिखित निर्देशों को ध्यान में रखना आवश्यक है:-
(१) मन्त्र-तन्त्र का जप अंग-शुद्धि, सरलीकरण एवं विधि-विधान पूर्वक करना उचित है। आत्म-रक्षा के लिए सरलीकरण की आवश्यकता होती है।
(२), किसी भी तन्त्र अथवा मन्त्र की साधना करते समय उस पर पूर्ण श्रद्धा रखना आवश्यक है, अन्यथा वांछित फल प्राप्त नहीं होगा ।
(३) मन्त्र-तन्त्र साधन के समय शरीर का स्वस्थ्य एवं पवित्र रहना आव- श्यक है। चित्त शान्त हो तथा मन में किसी प्रकार की ग्लानि न रहे।
(४) शुद्ध, ह्वादार, पवित्र एवं एकान्त-स्थान में ही मन्त्र साधना करनी चाहिए । मन्त्रन्तन्त्र साधना की समाप्ति तक एक स्थान परिवर्तन नहीं करना चाहिए ।
(५) जिस मन्त्र-तन्त्र की जैसी साधना विधि वर्णित है, उसी के अनुरूप सभी कर्म करने चाहिए अन्यथा परिवर्तन करने से विघ्न-बाधाएँ उपस्थित हो सकती हैं तथा सिद्धी में भी सन्देह हो सकता है।
(६) जिस मन्त्र की जप संख्या आदि जितमी लिखी है उतनी ही संख्या में नप-हवन आदि करना चाहिए। इसी प्रकार जिस दिशा की ओर मुँह करके बैठना लिखा हो तथा जिस रंग के पुष्पों का विधान हो, उन सबका यथावत् पालन करना चाहिए ।
(७) एक बार में एक ही तन्त्र की साधना करना उचित हैं। इसी प्रकार एक समय केवल एक ही मनोभिलाषा की पूर्ति का उद्देश्य सम्मुष्व पहना चाहिए।
“We need to accept that we won’t always make the right decisions, that we’ll screw up royally sometimes―understanding that failure is not the opposite of success, it’s part of success.” ―Arianna Huffington