Mantra Sagar Dr. Rameshwar Prasad Tripathi by Raju Srivastava free books Download Hindi

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Book detail

Book NameMantra Sagar Dr. Rameshwar Prasad Tripathi by Raju Srivastava free books Download Hindi
AuthorDr. Rameshwar Prasad Tripathi
CategoryTantra mantra and Spiritual
LanguageHindi
Page358
QualityHD
Size40.4 MB
Download StatusAvailable for Download

(१) शान्ति कर्म-जिस कर्म के द्वारा रोगों और ग्रहों के अनिष्टकारी प्रभावों को दूर किया जाता हैं, उसे शान्ति कर्म कहते हैं और इसकी

(२) वशीकरण-जिस क्रिया द्वारा स्त्री पुरुष आदि जीव धारियों को वश में करके कर्ता की इच्छानुसार कार्य लिया जाता है उसको वशीकरण कहते हैं। वशीकरण की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती हैं।

(३) स्तम्भन-जियं क्रिया के द्वारा समस्त जीवधारियों की गति को अवरोध किया जाता है, उसे स्तम्भन कहते हैं। इसकी अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी हैं।

(४) विद्वेषण-जिस क्रिया के द्वारा प्रियजनों की प्रीति, परस्पर की. मित्रता एवं स्नेह नष्ट किया जाता हैं, उसे विद्वेषण कहते हैं। इसकी अधिष्ठानी देवी ज्येष्ठा हैं।

(५) उच्चाटन-जिस कर्म के करने से जीवधारियों की इच्छाशक्ति को नष्ट करके मन में अशान्ति, उचाट उत्पन्न की जाती है और मनुष्य अपने प्रियजनों को छोड़कर खिन्नता पूर्वक अन्यवं चला जाता है, उसे उच्चाटन कहते हैं। इसकी अधिष्ठात्नी देवी दुर्गा हैं ।

(६) मारण-जिस क्रिया के करने से जीवधारियों का प्राणान्त कत्तां की इच्छानुसार असामयिक होता है उसे मारण कहते हैं। इसकी अधिष्ठात्री देवी भद्रकाली हैं और यह प्रयोग अत्यन्त जघन्य होने के कारण वर्जित है

“Don’t be afraid to give up the good to go for the great.”

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